Devendra Fadnavis’ oath ceremony
निमंत्रण पत्र पर उनका नाम चर्चा का विषय बन गया है,
क्योंकि इसमें पहली बार उनका पूरा नाम “देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस” लिखा गया है। यह अप्रत्याशित कदम परंपरा से हटकर लिया गया है और इसे उनकी मां के प्रति सम्मान के रूप में देखा जा रहा है।
फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेने जा रहे हैं, जो हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की जीत के बाद संभव हो पाया है। यह भव्य समारोह मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें राज्य के प्रमुख राजनीतिक नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महाविकास अघाड़ी गठबंधन को हराकर शानदार जीत दर्ज की है। समारोह के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजीत पवार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है।
फडणवीस के निमंत्रण को खास बनाता है उनकी मां सरिता का नाम शामिल किया जाना, जो परंपरागत रूप से पिता के नाम के उपयोग के विपरीत है। 2024 कचुनावी हलफनामे में फडणवीस ने “देवेंद्र गंगाधर फडणवीस” का उपयोग किया था, और 2014 व 2019 के शपथ ग्रहण निमंत्रण पत्रों में भी यही नाम दिया गया था।
देवेंद्र फडणवीस एक ब्राह्मण परिवार से आते हैं। किशोरावस्था में उन्होंने अपने पिता गंगाधर फडणवीस, जो जनसंघ और बीजेपी के नेता थे, को कैंसर के कारण खो दिया था। उनकी मां सरिता फडणवीस ने अपने बेटे की सत्ता में वापसी पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि पार्टी में सभी उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें एक बेटे की तरह मानते हैं। फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस एक बैंकर और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, और उनकी एक बेटी है, जिसका नाम दिविजा है।